संवेदनशील दांत किसे कहते हैं?

दांतो के संवेदनशील होने से हल्की टीस से लेकर गंभीर बेचैनी तक हो सकती है, जो कि कई घंटों तक बनी रह सकती है। इसके अलावा यह दांतों की ज्यादा गंभीर समस्या की चेतावनी देने वाला शुरुआती लक्षण भी हो सकता है।

संवेदनशील दांतों से कौन त्रस्त होता है?

बहुत से लोग संवेदनशील दांतों से त्रस्त होते हैं और यह किसी भी समय शुरू हो सकता है। यह 20 और 40 वर्ष की आयु के बीच के लोगों में ज्यादा आम है, हालांकि यह लोगों को किशोरावस्था की शुरुआत में और उस समय प्रभावित कर सकता है जबकि वे 70 वर्ष की आयु को पार कर चुके हों। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के इससे प्रभावित होने के आसार ज्यादा होते हैं।

दांतों के संवेदनशील होने का कारण क्या होता है?

दांतों के जिस हिस्से को हम देख सकते हैं, उस पर ऊपरी आवरण यानि इनामेल की एक परत होती है जो कि उसके नीचे की मुलायम दंत-धातु यानि डेंटीन की रक्षा करती है। दंत-धातु अगर अनावृत्त हो जाती है तो दांत संवेदनशील बन सकते हैं। ऐसा प्रायः वहां पर होता है जहां पर दांत और मसूड़े मिलते हैं और ऊपरी आवरण की परत काफी पतली होती है। संवेदनशीलता के कुछ कारण इस प्रकार से हैं:

  • बहुत अधिक सख्ती से ब्रश करना (‘टूथब्रश की रगड़ाई') और किनारे-से-किनारे ब्रश करने से ऊपरी परत घिस सकती है - खासकर उस जगह जहां पर दांत मसूड़ों से मिलते हैं। इसके बाद ताजा-ताजा अनावृत्त हुई दंत-धातु संवेदनशील बन सकती है।
  • दंत्य क्षरणः यह अम्लीय खाद्य और पेय पदार्थों के अम्ल के हमलों के द्वारा उत्पन्न दांत की ऊपरी परत की हानि है। ऊपरी परत अगर घिस जाती है तो उसके नीचे की दंत-धातु अनावृत्त हो जाती है जो कि संवेदनशीलता को जन्म दे सकती है।
  • मसूड़े स्वाभाविक रूप से पीछ हट सकते हैं (पीछे की ओर सिकुड़ सकते हैं), और दांतों की जड़ें अनावृत्त हो जाती हैं तथा और अधिक संवेदनशील हो सकती हैं। जड़ की सतहों पर उनकी रक्षा करने के लिए ऊपरी परत नहीं होती है।
  • मसूड़े की बीमारीः दांत की मैल या तातार का जमाव मसूड़े के दांतों से नीचे आने का कारण बन सकता है और यहां तक कि दांतों के हड्डियों के सहारे को नष्ट कर सकता है। दांतों के इर्दगिर्द मसूड़ों में बंद स्थान निर्मित हो सकता है, जो कि उस जगह को साफ बनाये रखने को मुश्किल बना देता है और समस्या बदतर हो जाती है।
  • दांत पीसनाः यह एक आदत है जो कि दांतों को एक साथ बांधने और पीसने से संबंद्ध होती है। इसके कारण दांतों की ऊपरी परत घिस सकती है, जिससे दांत संवेदनशील हो जाते हैं।
  • फटे हुए दांत या फिलिंगः फटे हुए दांत वे होते हैं जो कि खंडित हो जाते हैं। दरार दांत की काटने वाली सतह से लेकर जड़ की ओर नीचे जा सकती है। तापमान की चरम अवस्थाएं, विशेष रूप से ठंड, बेचैनी का कारण बन सकती है।
  • दांतों की ब्लीचिंगः कुछ मरीजों में ब्लीचिंग के दौरान या उसके बाद थोड़े समय के लिए संवेदनशीलता होती है। उपचार करवाने से पहले इस पर अपनी दंत टीम के साथ चर्चा करें।

दांतों के संवेदनशील होने के ज्यादा आसार कब होते हैं?

जब आप किसी ठंडी चीज को खाते या पीते हैं और ठंडी हवा आपके दांतों से लगती है तो आपके संवेदनशीलता को महसूस करने के आसार अधिक होते हैं और कई बार गर्म खाद्य या पेय पदार्थों के कारण ऐसा होता है। कुछ लोगों को संवेदनशीलता उस समय होती है जब वे मीठे या अम्लीय खाद्य और पेय पदार्थों को ग्रहण करते हैं। दर्द शुरू और बंद हो सकता है और कई बार बाकी समय के मुकाबले बदतर हो सकता है।

अगर मेरे दांत संवेदनशील हैं तो क्या कोई ऐसी चीज है जिससे मुझे दूर रहना चाहिए?

हो सकता है कि आप पाएं कि गर्म, ठंडे, मीठे या अम्लीय पेय पदार्थ या आइसक्रीम की तरह के खाद्य पदार्थ संवेदनशीलता उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए हो सकता है कि आप इनसे दूर रहना पसंद करें। अगर टोंटी के नल के ठंडे पानी से अपने दांतों को ब्रश करते समय आपको संवेदनशीलता होती है तो आपको इसकी बजाय गर्म पानी की आवश्यकता पड़ सकती है। यह जरूरी है कि आप अपने दांतों को नियमित रूप से ब्रश करना जारी रखें - अगर आप नहीं करते हैं तो इससे समस्या बदतर हो सकती है।

क्या मुझे अपनी दंत टीम के पास दिखाने के लिए जाना चाहिए?

अगर आपने कुछ हफ्तों तक अपने संवेदनशील दांतों का उपचार करने की कोशिश की है और कोई सुधार नहीं हुआ है तो आपको अपनी दंत टीम के पास जाना चाहिए।

दंत चिकित्सकों की टीम कौन सा उपचार प्रदान कर सकती है?

परीक्षण के दौरान दंत चिकित्सकों की टीम आपके लक्षणों के बारे में आपसे बात करेगी। वे संवेदनशीलता के कारण का पता लगाने के लिए आपके दांतों का परीक्षण करेगी और उसके उपचार का सर्वश्रेष्ठ तरीका बताएगी। दंत चिकित्सकों की टीम प्रभावित दांतों का विशेष ‘वि-संवेदीकरण' उत्पादों से उपचार कर सकती है, जिससे कि लक्षणों से राहत प्रदान की जा सके। फ्लोराइड जेलों, माउथवॉशों या वार्निशों को संवेदनशील दांतों पर लगाया जा सकता है। इसे कुछ सुरक्षा निर्मित करने के लिए एक या दो सप्ताह के अंतरालों पर नियमित मुलाकातों में दांतों पर रंगा जा सकता है। संवेदनशीलता के दूर होने में कुछ समय लग सकता है और आपको अनेक मुलाकातों की जरूरत पड़ सकती है। अगर इससे फिर भी मदद नहीं मिलती है तो आपकी दंत टीम अनावृत्त दंत-धातु को ढंकने के लिए दांतों और मसूड़ों के मिलने वाली जगह पर दांत की गर्दन के इर्दगिर्द की जगह को सील या उसकी भराई कर सकती है। बहुत गंभीर मामलों में दांतों की रूट-फिल आवश्यक हो सकती है।

संवेदनशील दांतों का उपचार करने के लिए क्या ऐसा कोई काम है जिसे कि मैं घर पर कर सकता हूँ?

संवेदनशील दांतों के दर्द को कम करने के लिए बने तमाम ब्रांडों के दंतमंजन बाजार में उपलब्ध हैं। आपको अपने दांतों को ब्रश करने के लिए दिन में दो बार दंतमंजन का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा आप इसे संवेदनशील जगहों पर रगड़ भी सकते हैं। ये दंतमंजन असर डालने में कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक का समय ले सकते हैं। आपकी दंत टीम को इस बारे में आपको सुझाव देना चाहिए कि किस प्रकार का दंतमंजन आपके लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा।

दांतों की संवेदनशीलता को मैं कैसे रोक सकता हूँ?

फ्लोराइड दंत मंजन से रात में सोते समय और दिन के समय कम से कम और एक बार अपने दांतों को ब्रश से अवश्य साफ करें। संवेदनशील दांतों के लिए विशेष रूप से तैयार किये गये दंतमंजन का उपयोग करने पर विचार करें। मुलायम से लेकर मध्यम दर्जे तक कड़े रेशे वाले ब्रश के साथ छोटे-छोटे, चक्रीय घुमावों का उपयोग करें। अपने दांतों पर एक किनारे से दूसरे किनारे तक ब्रश करने से बचें।

  • आप अपने ब्रश को प्रत्येक दो या तीन महीने में या अगर वह घिस-पिट गया है तो उससे पहले बदल दें।
  • चीनी-युक्त खाद्य पदार्थों और बुलबुलेदार व अम्लीय पेय पदार्थों को बार-बार न लें। उन्हें केवल भोजन के समय लेने की कोशिश करें।
  • अगर आप अपने दांतों को पीसते हैं तो इस बारे में अपनी दंत टीम से बात करें कि क्या आपको रात के समय पहनने के लिए माउथगार्ड का उपयोग करना चाहिए।
  • अगर आप अपने दांतों को ब्लीच करवाने पर विचार कर रहे हैं तो उपचार शुरू करने से पहले अपनी दंत टीम से संवेदनशीलता पर चर्चा करें।
  • अपनी दंत टीम के पास जितनी बार वे बुलाएं नियमित रूप से जाएं।