क्या मुझे अपनी चिकित्सा अवस्था के बारे में अपने दंत चिकित्सक को बताना होगा?

जब आप पहली बार दांतों की जांच करवाने जाते हैं तो आपकी दंत टीम आपके चिकित्सा विवरण के बारे में जानना चाहेगी। आपको उन्हें किन्हीं चिकित्सा दशाओं, हाल के ऑपरेशनों, एलर्जियों और आपके द्वारा ली जा रही ऐसी किन्हीं गोलियों या दवाइयों के बारे में बताना होगा, जो कि आपके दंत्य उपचार को प्रभावित कर सकती हैं।

आपको शायद लगे कि कुछ दशाएं इतनी महत्वपूर्ण नहीं हैं कि उनका उल्लेख किया जाए। लेकिन ये दशाएं अक्सर महत्वपूर्ण होती हैं। यह जानकारी आपके दंत चिकित्सक और दंत चिकित्सकों की टीम को एक साथ काम करने देगी ताकि वे आपका यथासंभव सबसे सुरक्षित ढंग से उपचार कर सकें और उपचार के दौरान आपको किसी प्रकार के जोखिम में नहीं डालें।

क्या यह जानकारी गोपनीय है?

हां। दंत टीम इस जानकारी को गोपनीय रखेगी।

अगर मैं दवाइयां ले रहां हूँ तो क्या करना चाहिए?

अगर आप कोई दवाई ले रहे हैं या उस पर निर्भर करते हैं तो आपको अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताना होगा। इसमें कोई इनहेलर, एंटीबॉयोटिक्स का हालिया कोर्स या किसी अवस्था के लिए नियमित दवाई। अगर हाल-फिलहाल में आपके डॉक्टर ने कोई नुस्खा लिखकर दिया है तो आपको इसकी जानकारी उन्हें देनी होगी और आपको यह बताना होगा कि कहीं आप मादक-द्रव्यों का सेवन तो नहीं करते। अगर हाल ही में आपने फार्मासिस्ट के पास से डाक्टरी नुस्खे पर कोई दवाई या गोली ली है तो इसके बारे में अपनी दंत टीम को बताना नहीं भूलें।

अगर आप मुखीय गर्भनिरोधक गोली ले रही हों तो अपने दंत्य चिकित्सा दल को इसके बारे में बतायें। ऐसा करना उस दशा में जरूरी होता है जबकि आपको एंटीबॉयोटिक्स के कोर्स की जरूरत हो। इसके कारण से गोली कम प्रभावी हो सकती है, और आपको गर्भ-निरोध के अन्य रूपों को उपयोग में लाने की जरूरत पड़ेगी।

इस समस्त जानकारी की इसलिए आवश्यकता पड़ती है कि कोई भी दंत्य उपचार, दवाएं या सामग्रियां आपके स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं करें।

क्या मेर दंत टीम मेरे डॉक्टर से संपर्क करेगी?

वे कर सकती है। लेकिन इसके लिए उन्हें सबसे पहले आपकी अनुमति लेनी चाहिए। कई बार, विशेष रूप से मुश्किल दंत्य कार्यविधियों या दांत उखाड़ने के लिए दंत चिकित्सकों की टीम सलाह के लिए आपके डॉक्टर से संपर्क करना चाहे। अगर आपने हाल में ऑपरेशन करवाया हो, या दवाई पर निर्भर करते हों तो आपकी दंत टीम आपके डॉक्टर से यह पूछ सकती है कि क्या ऐसी कोई समस्याएं हैं जो कि आपके दंत्य उपचार को प्रभावित कर सकती हैं।

मुझे अपने दंत चिकित्सक के पास कब-कब जाना चाहिए?

अपनी दंत टीम के पास जितनी बार वे बुलायें नियमित रूप से जाएं। अगर आप किन्हीं खास चिकित्सकीय अवस्थाओं वाले हैं तो आपकी दंत टीम हो सकता है कि आपको ज्यादा बार देखना चाहे। दवाई के कारण ‘सूखा मुंह' से त्रस्त रोगियों में दांत की सड़न होने के आसार अधिक हो सकते हैं और उनकी बार-बार जांच किये जाने की आवश्यकता पड़ेगी।

इसके अलावा, दांतों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए ‘पपड़ी उतारने और पॉलिश करवाने' हेतु नियमित मुलाकातों की आवश्यकता पड़ सकती है।

क्या मुझे अस्पताल में उपचार करवाने की जरूरत पड़ेगी?

कुछ स्थितियों में आपको सर्वश्रेष्ठ देखभाल देने के लिए आपको अपने स्थानीय अस्पताल या चिकित्सा केंद्र में दंत चिकित्सा के विशेषज्ञों द्वारा देखे जाने की जरूरत पड़ सकती है। इसके विशेष रूप से आसार उस समय होते हैं जब आप रक्त के विकार से त्रस्त हों, हृदय रोग या गंभीर अस्थमा हो। विशिष्ट चिकित्सकीय अवस्थाओं वाले रोगियों को सेवा प्रदान करने के लिए स्टॉफ विशेष रूप से प्रशिक्षित होगा और अगर जरूरी हुआ तो अतिरिक्त सहायता उपलब्ध रहती है।

क्या मुझे संपूर्ण निश्चेतक की जरूरत पड़ेगी?

प्रायः नहीं पड़ती। आजकल संपूर्ण निश्चेतकों का व्यापक रूप से उपयोग नहीं किया जाता, और स्थानिक निश्चेतक सबसे सुरक्षित विकल्प है। उदाहरण के लिए, अगर आपको हृदय रोग है या गंभीर अस्थमा है तो संपूर्ण निश्चेतक आपके लिए शायद उपयुक्त न हो। इसलिए आपकी दंत टीम को इसके विकल्पों पर गौर करना होगा।

क्या ऐसी कोई चिकित्सकीय अवस्थाएं होती हैं, जो कि मेरे मुंह को प्रभावित कर सकें?

कुछ चिकित्सकीय अवस्थाएं जिनके लिए नियमित दवाई की जरूरत पड़ती है, के कारण आपको ‘सूखा मुंह' होने के आसार अधिक हो सकते हैं। यह अपनी पारी में दांत के क्षरण को जन्म दे सकता है।

अगर आपको मिर्गी आती है और आप सोडियम वैलप्रोएट पर निर्भर करते हैं तो अगर आपको सीरप या तरल रूप में दवाई चाहिए तो सदैव चीनी-रहित उत्पाद मांगें। मिर्गी के लिए दी जाने वाली एक और दवा फेनिटोइन मसूड़े की समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।

और कौन सी दवाइयों के कारण सूखे मुंह की समस्या उत्पन्न होती है?

सूखे मुंह का कारण सिर और गर्दन का विकिरण उपचार, लार ग्रंथियों को पहुंची क्षति या कुछ दवाएं हो सकती हैं। अंग-ग्रह नाशक (एंटीस्पासमोडिक्स), ट्राइसाइक्लिक अवसाद-रोधी दवाएं, मनोविकार के प्रति प्रभावकारी कुछ दवाएं और एचएएआरटी (एचआईवी से ग्रस्त लोगों के लिए अत्यधिक सक्रिय एंटी-रेट्रोवायरल उपचार) के कारण सूखा मुंह हो सकता है।

ऐसे बहुत से कृत्रिम थूक उत्पाद, स्प्रे और लोजेनजेस हैं जिन्हें कि आपका दंत चिकित्सक नुस्खे पर लिखकर दे सकता है। ये लक्षणों से राहत प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकते हैं। थूक का घटा हुआ प्रवाह दांत के क्षरण की गुंजाइश को बढ़ा सकता है। रात को सोते समय तथा दिन के दौरान कम से कम और एक बार फ्लोराइड दंतमंजन से अपने दांतों पर ब्रश करना जरूरी है। चीनी-युक्त खाद्य और पेय पदार्थ केवल भोजन के समय लें।

अगर मुझे हृदय संबंधी परेशानी है, हृदय से असामान्य आवाज आती है या रूमैटिक बुखार है तो क्या हो सकता है

हमेशा इस बात को सुनिश्चित करें कि आपकी दंत टीम आपकी चिकित्सा अवस्था के बारे में जानती है। इन दशाओं वाले लोगों को दांतों के किसी उपचार से पहले एंटी-बॉयोटिक दिये जाने का चलन था, लेकिन अब इसे आवश्यक नहीं समझा जाता।

दंत चिकित्सकों की टीम भिन्न प्रकार के स्थानिक निश्चेतक (ऐसा जिसमें एडरेनालिन न हो) को इस्तेमाल कर सकती है।

क्या मसूड़े की समस्याओं और स्वास्थ्य की दूसरी दशाओं के बीच कोई संबंध है?

हालिया वैज्ञानिक अनुसंधान ने खराब मुखीय स्वास्थ्य और कुछ चिकित्सा दशाओं के बीच- विशेष रूप से मसूड़े की बीमारी और मधुमेह, हृदय और फेफड़े की बीमारी तथा गर्भावस्था के खराब नतीजों के बीच- संबंध प्रदर्शित किया है। यह दांतों की अच्छी देखभाल के महत्त्व को रेखांकित करता है।

घर पर अच्छे मुखीय स्वास्थ्य की दिनचर्या को बनाये रखने और अपनी दंत टीम को नियमित रूप से दिखाने से मसूड़े की बीमारी को रोकने में मदद मिलेगी। इससे आपको अन्य समस्याओं के जोखिम से बचने में मदद मिलेगी।

अगर मुझे अस्थमा है तो मेरी दंत टीम किस प्रकार से मेरी मदद कर सकती है?

अगर आपको अस्थमा है तो अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताना न भूलें। अगर आपके पास इन्हेलर है तो यह जरूरी है कि दंत चिकित्सक के साथ अपनी हर मुलाकात पर आप इसे लेकर जाएं। अगर आप अस्वस्थ महसूस करते हैं या आपकी सांस उखड़ती है तो अपनी दंत टीम को सदैव बताएं। अगर आपकी अस्थमा गंभीर है तो संपूर्ण निश्चेतक या शांतिकर औषधि शायद आपके लिए उपयुक्त नहीं हो। इसलिए सबसे सुरक्षित विकल्प स्थानिक निश्चेतक होगा।

अगर मैं वारफारिन ले रहां हूँ तो क्या करना चाहिए?

अगर आप वारफारिन ले रहे हैं तो कोई उपचार प्राप्त करने से पहले - खासकर अगर आपको दांत उखड़वाना है तो अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताना जरूरी है। रक्तस्राव को रोकने के लिए आपके रक्त का पर्याप्त थक्का बनेगा, उपचार शुरू करने से पहले खून के नियमित परीक्षणों को करवाने की जरूरत पड़ सकती है।

आपकी दंत टीम आपको यह सुझाव दे सकती है कि दांत उखड़वाने से पहले 2 से 3 दिनों के लिए अपनी वारफारिन को लेना बंद कर दें। फिर भी, कुछ रोगियों को अपनी दवाई बदलने की जरूरत नहीं पड़ती और इसके बाद परेशानियों का कोई जोखिम नहीं होना चाहिए। आपकी दंत टीम आपको और अधिक जानकारी प्रदान करेगी और उपचार शुरू करने से पहले सलाह के लिए आपके डॉक्टर से संपर्क कर सकती है।

अगर मैं अवसाद-रोधी दवाइयां ले रहा हूँ तो क्या मुझे अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताना चाहिए?

हां। अगर आप इनमें से कोई दवाइयां ले रहे हैं तो यह जरूरी है कि आप अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताएं। स्थानिक निश्चेतक अवसाद-रोधी ट्राइसिलिक दवाओं के साथ परेशानी उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए दंत टीम भिन्न निश्चेतक की अनुशंसा कर सकती है।

कुछ अवसाद-रोधी दवाओं का पार्श्व-प्रभाव ‘सूखा मुंह' होता है। आपका मुंह कम थूक बनाता है, जिसका अर्थ यह हो सकता है कि आप में दांत की सड़न और मसूड़े की बीमारी उत्पन्न होने की गुंजाइश अधिक हो।

अगर मुझे अति रक्तस्राव का रोग (हीमोफीलिया) है तो क्या होगा?

हीमोफीलिया रक्त का एक विकार है, जिसमें आपके रक्त का थक्का नहीं बनता है। अगर आप इस अवस्था से ग्रस्त हैं तो आपको अपनी दंत टीम को अवश्य ही अपनी पहली जांच के दौरान इसकी जानकारी देनी होगी।

अगर आपके रक्त का थक्का नहीं जमता है तो इससे दंत्य उपचार के दौरान गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अगर आपको दांत उखड़वाने की जरूरत है तो दंत चिकित्सक आपको विशेषज्ञ द्वारा उपचार किये जाने के लिए स्थानीय अस्पताल के पास भेज देगा। आपके दांत को उखाड़ दिये जाने के बाद गड्ढे में थक्का बनना चाहिए ताकि उसका घाव भर सके।

बहुत से मरीज हीमोफीलिया के लिए गोलियां लेते हैं और अगर आप कोई दवाई ले रहे हैं तो अपनी दंत टीम को इसकी जानकारी देना जरूरी है।

मुझे रक्ताल्पता है। यह यह मेरे दंत्य स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है?

अगर आपको रक्ताल्पता है तो आपको मुंह में छाले अधिक हो सकते हैं। इसके अलावा आपकी जीभ पर लाल रेखाएं और चकत्ते उत्पन्न हो सकते हैं। छाले प्रायः 7 से 10 दिनों तक बने रहते हैं। फिर भी, अगर आपके मुंह में छाले निकलते ही रहते हैं तो उन्हें भरने में छह हफ्तों तक का समय लग सकता है। अगर आपके मुंह में ऐसा छाला निकला है जो कि 3 हफ्तों में नहीं भरता है तो अपने दंत चिकित्सक को इसकी जांच करने के लिए कहें। अगर आपके लक्षण बने रहते हैं तो विभिन्न प्रकार के ऐसे स्प्रेज और क्रीमें हैं जिन्हें आपका दंत चिकित्सक नुस्खे पर लिख कर दे सकता है।

सिकल सेल रक्ताल्पता के लिए मेरा परीक्षण क्यों किया जा सकता है?

सिकल सेल बीमारी रक्ताल्पता का एक प्रकार है, जो कि अफ्रीकी और कैरिबियन मूल के लोगों को प्रभावित करता है। अगर आप इस जातीय समूह में हैं और आपको संपूर्ण निश्चेतक की जरूरत है तो आपको यह सुनिश्चित करने के लिए रक्त की जांच करवानी होगी कि यह आपके लिए सुरक्षित है।

अगर मुझे एचआईवी या हेपाटाइटिस है तो क्या दंत चिकित्सक मेरा उपचार करने से मना कर सकता है?

अगर आपको एचआईवी या हेपाटाइटिस (यकृत शोथ) है तो दंत चिकित्सक को आपका उपचार करने से मना नहीं करना चाहिए।

रक्त से होने वाले संक्रमणों के जोखिम के कारण समस्त दंत्य चिकित्सा केंद्रों को संक्रमणों को रोकने के लिए बहुत ही सख्त नीतियों को अमल में लाने की आवश्यकता होती है। बहुत से दंत्य उपकरणों को एक बार उपयोग में लाने के बाद फेंक दिया जाता है, और दूसरे समस्त उपकरणों को दोबारा उपयोग में लाये जाने से पहले विसंक्रमित किया जाता है।

क्या एचआईवी मेरे मुखीय स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा?

मुखीय स्वास्थ्य की एकदम से संपूर्ण दिनचर्या यथाशीघ्र स्थापित करना और अपनी दंत टीम के पास जितनी बार वे बुलाएं दिखाने जाना जरूरी है।

आपके मुख के अंदर के हिस्से में समस्याएं केवल अनियंत्रित एचआईवी में ही आम हैं। जख्म प्रकट हो सकते हैं, जो कि बैंगनी-लाल रंग के या ज्यादा बड़े हो सकते हैं। प्रतिरक्षा तंत्र के विफल हो जाने पर मुखीय थ्रश भी आम है, लेकिन दवाई के द्वारा इसका उपचार तेजी से किया जा सकता है। रोयेंदार श्वेतशल्कता एक आम मुखीय अवस्था है और यह जीभ पर सफेद घाव के रूप में प्रकट होती है - यह एचआईवी का प्रायः पहला लक्षण हो सकती है।

एचआईवी के साथ मसूड़े की बीमारी आम होती है और अवस्था जब अनियंत्रित होती है तो अक्सर बहुत ही तेजी से विकसित होती है। चूंकि प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हो गया होता है, इसलिए मसूड़े की बीमारी ज्यादा तीव्र होती है और लोगों को अक्सर एंटी-बॉयोटिक्स लेनी पड़ती है।

‘सूखा मुंह' एचआईवी का एक और पार्श्व-प्रभाव है और थूक के घटे हुए स्तर के कारण दांत के क्षरण का कारण बन सकता है। आपकी मुखीय देखभाल की दिनचर्या में फ्लोराइड दंतमंजन का उपयोग शामिल होना चाहिए और आपको फ्लोराइड के अनुपूरकों की भी जरूरत पड़ सकती है। आपकी तकलीफ को कम करने के लिए आपको स्प्रेज या लोजेनजेस का नुस्खा दिया जा सकता है। हमेशा चीनी-रहित उत्पादों का नुस्खा मांगें।

क्या मधुमेह मेरे दांतों और मसूड़ों को प्रभावित करता है?

मधुमेह से ग्रस्त लोगों में उनकी दशा अगर नियंत्रित नहीं है तो मसूड़े की गंभीर बीमारी हो सकती है। लिहाजा, घर पर मुखीय देखभाल की संपूर्ण दिनचर्या को बनाये रखना और अपनी दंत टीम के पास जितनी बार वे बुलायें नियमित रूप से जाना जरूरी है। आपके देखने में यह भी आ सकता है कि किसी सर्जरी के बाद आपका घाव ज्यादा धीरे-धीरे भर रहा है और आपको किसी उपचार से पहले दंत टीम के साथ इस पर चर्चा करनी चाहिए।

क्या मिर्गी दांतों के मेरे उपचार में बाधा उत्पन्न करेगी?

अगर आपको मिर्गी आती है, या अतीत में कभी किसी तरह के दौरे पड़ चुके हैं तो अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताना जरूरी है। ऐसा इसलिए कि अगर आप उपचार के दौरान बीमार हो जाते हैं तो दंत टीम पूरी तरह से तैयार हो, और अगर दवाओं की जरूरत हो तो वे उन्हें तैयार रख सकें।

मिर्गी के रोगियों को दौरे पड़ने की आशंका उस समय अधिक होती है जब वे चिंतित होते हैं। अगर आपके मन में कोई चिंता है तो अपने उपचार से पहले या उसके दौरान अपनी दंत टीम को बताएं। दंत टीम सुनिश्चित करेगी कि सर्जरी आपके लिए सुरक्षित हो और आपको किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचे।

अगर मुझे मधुमेह है तो मेरी दंत टीम किस प्रकार से मेरी मदद कर सकती है?

ऐसे समय पर मुलाकात के लिए समय लीजिए जबकि दंत टीम द्वारा आपको इंतजार करवाने के काम आसार हों: उदाहरण के लिए, सुबह सबसे पहले। दोपहर के भोजन के समय मत जाएं क्योंकि भोजन का समय इसमें गंवाया जा सकता है।

क्या कीमोथेरेपी मेरे दंत्य उपचार को प्रभावित करेगी?

अगर आप कीमोथेरेपी का कोर्स करवाने जा रहे हैं तो अपनी दंत टीम के पास यथाशीघ्र जाएं ताकि कीमोथेरेपी शुरू होने से पहले आपके लिए आवश्यक कोई भी दंत्य उपचार पूरा हो जाए।

कीमोथेरेपी के कारण मसूड़े में छाले उत्पन्न हो सकते हैं या मसूड़े से रक्तस्राव उत्पन्न हो सकता है। दंत चिकित्सकों की टीम के साथ नियमित मुलाकातों से इसे नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, टीम आपको यह भी बताएगी कि क्या आप ठीक तरह से ब्रश कर रहे हैं और सुनिश्चित करेगी कि आप घर पर मुखीय स्वास्थ्य की अच्छी दिनचर्या पर अमल कर रहे हैं।

कैंसर के कुछ रोगियों में कीमोथेरेपी के कारण गले में तकलीफ, निगलने में परेशानी हो सकती है और कुछ मामलों में स्वाद आंशिक या संपूर्ण रूप से खत्म हो सकता है।

विकिरण उपचार के कारण प्रायः लार-ग्रंथियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे स्थायी तौर पर सूखे मुंह की समस्या उत्पन्न होती है। चूंकि आपका मुंह कम थूक उत्पन्न करता है, इसलिए दांतों ते क्षरण होने का जोखिम अधिक रहता है, लिहाजा दांतों की नियमित रूप से जांच करवाते रहना जरूरी है।

अगर मुझे किसी चीज से एलर्जी है तो क्या मुझे अपनी दंत टीम को इसके बारे में बताना चाहिए?

हां। आपके दांतों की पहली बार जांच के समय आपसे पूछा जाएगा कि कहीं आपको किसी दवाई, खाद्य-पदार्थ या सामग्री से एलर्जी तो नहीं है। अगर आपको पेनिसिलिन एलर्जी है तो यह बहुत जरूरी है कि आप उस दशा में अपनी दंत टीम को बताएं कि आपको एंटीबॉयोटिक्स के लिए नुस्खे की जरूरत है। अगर ऐसा है तो दूसरे ऐसे बहुत से एंटीबॉयोटिक्स हैं जो कि आपके लिए ज्यादा सुरक्षित होंगे।

कुछ लोगों को दंत चिकित्सक के दस्ताने से एलर्जी होती है, जो कि कई बार रबड़-क्षीर (लेटेक्स) के बने होते हैं। नियमित उपचार में प्रयुक्त दंत्य सामग्रियां और दवाएं कई बार त्वचा पर प्रतिक्रिया कर सकती हैं। दंत चिकित्सकों की टीम के द्वारा इस समस्या का समाधान दस्तानों के कमतर एलर्जी वाले ब्रांड या भिन्न सामग्रियों का उपयोग करके किया जा सकता है।

पिछली मुलाकात के बाद अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन हुई है तो अपनी दंत टीम को इसकी जानकारी देना जरूरी है। दंत टीम इस बारे में जानकारी को दर्ज कर लेगी और उस सामग्री का उपयोग करने से बचेगी, जिससे आपको एलर्जी होती है।

क्या मुझे अपने गर्भवती होने की जानकारी दंत चिकित्सकों की टीम को देनी पड़ेगी?

हां। जैसे ही आपको पता चले कि आप गर्भवती हैं, इसकी जानकारी वैसे ही अपने दंत चिकित्सकों की टीम को देना जरूरी है। अगर आपको दंत्य उपचार की जरूरत है तो बच्चे का जन्म होने तक आपको प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। दंत चिकित्सक संभव होने पर गर्भावस्था के दौरान, विशेष रूप से गर्भावस्था के शुरू के तीन महीनों के दौरान दांतों का एक्सरे निकालने से बचना पसंद करते हैं।

कुछ गर्भवती स्त्रियां पाती हैं कि गर्भावस्था के दौरान उनके मसूड़े से खून बहता है और इस पर करीब से ध्यान देने की जरूरत होती है। आपको नियमित सफाई और घर पर अच्छी मुखीय स्वास्थ्य दिनचर्या किस प्रकार बनाकर रखी जाए, इस पर सलाह के लिए दंत्य हाइजेनिस्ट के पास, केंद्र पर अगर कोई हुआ तो, रेफर किया जा सकता है।

और अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी पुस्तिका ‘मां और बच्चे के लिए दातों की देखभाल के बारे में मुझे बताएं' को देखें।

कुछ देशों में ऐसे दिशा-निर्देश बने हुए हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान अमैल्गम फिलिंग्स नहीं करने देते और पुरानी फिलिंग्स नहीं निकालने देते। अगर आप अनिश्चित हैं तो भिन्न प्रकार की फिलिंग करवाने के बारे में अपनी दंत टीम से बात करें।