नकली दांत स्टोमाटाइटिस (थ्रश) किसे कहते हैं?

नकली दांत स्टोमाटाइटिस कैंडिडा नामक यीस्ट या कवक के कारण उत्पन्न होती है। यह ऐसा संक्रमण नहीं है जिससे हम ग्रस्त होते हैं या दूसरों को संक्रमित करते हैं, क्योंकि हम सभी के मुंह में कुछ कैंडिडा होते हैं। थ्रश शरीर के दूसरे हिस्सों में प्रकट हो सकते हैं, लेकिन जब यह मुंह को प्रभावित करता है तो इसे ‘नकली दांत स्टोमाटाइटिस’ कहा जा सकता है।

नकली दांत स्टोमाटाइटिस किसे हो सकता है?

नकली दांत को पहनने वाले लोगों को, और जिन लोगों को अपने मुंह को साफ रखने में समस्या होती है, उन्हें इस बीमारी से प्रभावित होने के आसार सर्वाधिक होते हैं। मधुमेह के रोगियों और ऐसे किसी व्यक्ति को भी समस्या हो सकती है, जो कि स्टीरॉयड लेते हों, या तो इनहेलर्स के जरिये या फिर मुंह के द्वारा। थ्रश उत्पन्न करने के लिए कुछ प्रति-जैविक (एंटी-बायोटिक्स) जिम्मेदार होते हैं। बहुत से लोग पाते हैं कि कुछ प्रति-जैविकों को लेने से संक्रमण वापस आ सकता है, खासकर जब इसे लंबे समय तक लिया जाये।

दंत चिकित्सकों की टीम इसकी पहचान कैसे कर सकती है?

जब नकली दांत को बाहर निकाला जाता है तो आपकी दंत टीम नकली दांत के नीचे की एकदम लाल जगह को देखने पाती है। इसके अलावा होठों के कोने पर लाल घाव की जगहें भी हो सकती हैं।

नकली दांत स्टोमाटाइटिस को उपचार की जरूरत क्यों पड़ती है?

उपचार नहीं किये जाने पर यह अवस्था मुंह में पीड़ा उत्पन्न कर सकती है और भविष्य में नकली दांतों के खराब ढंग से फिट बैठने का कारण बन सकती है।

नकली दांत स्टोमाटाइटिस का उपचार किस प्रकार से किया जाता है?

1. मुख की अच्छी सफाई - मुंह को यथासंभव साफ रखना जरूरी है और भोजनों के बाद अपने मुंह और नकली दांतों को अच्छी तरह से साफ करें। धूम्रपान से यीस्ट के और अधिक संक्रमणों को प्रोत्साहन मिलता है। 2. अपने नकली दांतों को यथासंभव साफ रखना - अपने नकली दांतों को जितना ज्यादा समय तक हो सके, और रात के समय तो निश्चित रूप से, मुंह से बाहर रखें। अगर आप दो हफ्तों तक रात में अपने नकली दांतों को धारण नहीं करते तो यीस्ट के कुछ संक्रमण पूरी तरह से दूर हो जाएंगे। ब्रश से अपने नकली दांतों को साफ करें, पानी में भिगोएं और फिर ब्रश से साफ करें। दंत चिकित्सक मुलायम टूथब्रश इस्तेमाल करने की अनुशंसा करते हैं, जिससे कि आप अपने नकली दांतों की सामग्री को क्षतिग्रस्त न करें। इसके अलावा, आप शिशुओं की बोतलों को जीवाणु-रहित बनाने के लिए प्रयुक्त किसी घोल में भी अपने नकली दांतों को भिगो सकते हैं। अगर आपके नकली दांत के कुछ हिस्से धातु के बने हैं तो ऐसी किसी चीज का उपयोग नहीं करें जो कि ब्लीच-युक्त हो, बल्कि इसकी बजाय क्लोरहेक्सिडीन का उपयोग करें। हर दिन क्लोरहेक्सिडीन का उपयोग नहीं करें, क्योंकि इससे आपके नकली दांत पर दाग-धब्बे पड़ जाएंगे। इसका सप्ताह में एक बार उपयोग करें। 3. दवाई - अगर अच्छी मुखीय स्वच्छता और सावधानी के साथ की गयी सफाई से मदद नहीं मिलती तो आपको उपचार प्रदान किया जाएगा। बहुत से उपचार उपलब्ध हैं, इनमें से अधिकतर अपने मुंह में गोलियां या लोजेनजेस को धीरे-धीरे चूसने से संबंधित होता है। आपको एक महीने तक उपचार को जारी रखने की जरूरत पड़ सकती है।

इसके बाद क्या होता है?

उपचार के बाद दंत चिकित्सकों की टीम आपके मुंह की जांच करेगी यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब कुछ ठीक हो गया है। अगर ऐसा नहीं हुआ हो तो वे अतिरिक्त उपचार की अनुशंसा कर सकती है। कुछ मामलों में आपको अपने मुंह का लंबे समय तक उपचार करवाने की जरूरत पड़ सकती है। प्रत्येक कुछ वर्षों पर नए नकली दांतों को लगवाना जरूरी होता है। अगर आपके मुंह में एक भी दांत नहीं बचें हों तो भी आपके लिए नियमित जांच हेतु अपनी दंत टीम के पास जाना जरूरी है, ताकि आपका मुंह स्वस्थ बना रहे।